9 जुलाई 2025: जानें भारत बंद का प्रभाव

9 जुलाई 2025 को भारत बंद का ऐलान ट्रेड यूनियनों ने किया है। जानिए बंद का कारण, मुख्य मांगें, कौन शामिल होगा, क्या सेवाएं ठप रहेंगी और क्या खुलेगा।

भारत में एक बार फिर भारत बंद का आह्वान किया गया है। यह बंद 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा 9 जुलाई 2025 को बुलाया गया है। इस हड़ताल में बैंकिंग, बीमा, डाक सेवा, कोयला खनन जैसे कई क्षेत्रों के कर्मचारी हिस्सा लेंगे।

भारत बंद क्यों बुलाया गया है?

भारत बंद का मुख्य कारण है—सरकार द्वारा श्रमिक सुरक्षा को कमजोर करने वाली श्रम नीतियाँ। ट्रेड यूनियन नेताओं का कहना है कि सरकार ने चार नई श्रम संहिताएं लागू की हैं जो कर्मचारियों के सामूहिक मोलभाव, यूनियन गठन और हड़ताल जैसे अधिकारों को सीमित करती हैं।

साथ ही, सरकार पर आरोप है कि—

बेरोजगारी और महंगाई लगातार बढ़ रही है,

शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे नागरिक सुविधाओं में कटौती हो रही है,

युवाओं को रोजगार देने के बजाय रिटायर्ड लोगों को फिर से नियुक्त किया जा रहा है,

पिछले 10 वर्षों में कोई राष्ट्रीय श्रमिक सम्मेलन नहीं हुआ,

प्रवासी मजदूरों को योजनाओं से वंचित किया जा रहा है,

जन सुरक्षा कानूनों का दुरुपयोग कर आवाज उठाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।

भारत बंद में कौन-कौन शामिल हो रहा है?

इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेने वाली प्रमुख यूनियनें और संगठन:

ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)

इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC)

सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU)

हिंद मजदूर सभा (HMS)

स्व-रोजगार महिला संघ (SEWA)

श्रमिक प्रगतिशील फेडरेशन (LPF)

यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC)

इनके साथ-साथ समर्थन कर रहे हैं:

संयुक्त किसान मोर्चा जैसे किसान संगठन

ग्रामीण कर्मचारी संघ

रेलवे, NMDC लिमिटेड और इस्पात उद्योग के सार्वजनिक क्षेत्र कर्मचारी

कर्मचारियों की मुख्य मांगें क्या हैं?

  1. चारों नई श्रम संहिताओं को वापस लिया जाए।
  2. यूनियन बनाने और हड़ताल करने का अधिकार बहाल किया जाए।
  3. 65 वर्ष से कम उम्र के युवाओं के लिए अधिक रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं।
  4. रिक्त सरकारी पदों को नई नियुक्तियों के ज़रिए भरा जाए।
  5. मनरेगा मज़दूरी बढ़ाई जाए और इसे शहरों में भी लागू किया जाए।
  6. स्वास्थ्य, शिक्षा और नागरिक सेवाओं को मजबूत किया जाए।

भारत बंद का क्या असर पड़ेगा?

बैंकिंग और बीमा सेवाएं प्रभावित होंगी

डाक सेवाएं बाधित हो सकती हैं

कोयला खनन और औद्योगिक उत्पादन रुक सकता है

राज्य संचालित परिवहन सेवाएं ठप रह सकती हैं

सरकारी कार्यालय और यूनिट्स पर असर पड़ेगा

ग्रामीण क्षेत्रों में किसान रैली निकाल सकते हैं, जिससे वहाँ की सेवाएं प्रभावित होंगी

भारत बंद के दौरान क्या-क्या खुले रहेंगे?

देशभर के स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे

निजी कार्यालय सामान्य रूप से काम करेंगे

ट्रेनों पर सीधा असर नहीं होगा, लेकिन कुछ ट्रेनों में देरी की संभावना है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *